शुक्रवार, 5 जनवरी 2024

सूरज प्यासा लौट जाता है- डॉ.मीरा रामनिवास वर्मा(पूर्व आई.पी.एस)


 डॉ.मीरा रामनिवास वर्मा(पूर्व आई.पी.एस)

रिटायर्ड अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक 

मानव अधिकार आयोग गुजरात

 

सूरज प्यासा लौट जाता है

पिलाया करती थी मां

जिस लोटे से पानी

उसे देख उदास हो जाता है

सूरज प्यासा लौट जाता है

दुपहरी आंगन में आती है

मां को आंगन में न पाती है

आंचल में न छुप पाती है

दुपहरी उदास हो जाती है।

मां हर दोपहर आंगन में

घर के काम किया करती

सूप छलनी से फटक कर

अनाज साफ किया करती

मिट्टी के चूल्हे सिगड़ी की

मरम्मत किया करती

आंगन को गोबर मिट्टी से

लीपा पोता करती

जेठ की तेज दोपहर में

कुएं से पानी लाया करती

मटके का पानी ठंडा रखने

बड़े जतन किया करती

गर्मी की दोपहर आंगन में

हलचल लगी रहती

नीम की छांव में पड़ोसिनों संग

सभा लगी रहती

मंगौड़ी सेवईं बनाई जाती

लोक कथाएं सुनाई जाती

यह देखते सुनते दोपहर

सांझ में तब्दील हो जाती

सांझ मां आंगन बुहारती लोकगीत गाती

आंगन में चुगती चिड़िया पंख हिलाती

सांझ पड़े गोधूलि उड़ाती गैया आती

आंगन में मां को न देख रंभाती

मां बिन गाय ने कुछ दिन रोटी ना खाई

गाय को मां के हाथ की रोटी याद आई

चांद भी आंगन में ज्यादा ठहर नहीं पाता,

मां की ओढ़नी में लगे शीशों में

चेहरा अपना देख नहीं पाता

पीसा करती थी आटा

जिस चक्की से मां भोर में

वह भोर होते ही उदास हो जाती है

मां के कंगन की खनक न सुन पाती है

सुनो मीरा की मां!

पिताजी का संबोधन सुनाई नहीं देता।

पिताजी के चेहरे पर तेज दिखाई नहीं देता।।



 

डॉ. मीरा रामनिवास वर्मा(पूर्व आई.पी.एस)

 रिटायर्ड अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक  मानव अधिकार आयोग गुजरात

जन्मस्थान -भरतपुर, राजस्थान

शिक्षा- एम ए ,पी एच डी संस्कृत साहित्य (राजस्थान विश्वविद्यालय )

सेवाएं -  संस्कृत व्याख्याता राजस्थान महाविद्यालय , राजस्थान शासकीय लेखा सेवा  ,भारतीय पुलिस सेवा

साहित्य सेवाएं- कथा,काव्य, आलेख, यात्रा वृतांत,संस्मरण,बाल -साहित्य लेखन ।

 प्रकाशित काव्य कृतियां-अंकुर,एहसास की धूप ,नया सवेरा ,सूरज प्यासा लौट जाता है

प्रकाशित कथासंग्रह-स्मृतियों के दायरे" "अक्षरा एवं अन्य कहानियां"

संपादन कार्य-

-मंथन' पत्रिका (प्रजा एवं पुलिस संबंध सुधार की पहल )

 -'खाकी मन की संवेदनाएं' (पुलिस कर्मियों की रचनाओं का संग्रह)

साहित्य सम्मान --

-प्रशासन साहित्य भारती सम्मान

 ( सोमनाथ संस्कृत विश्वविद्यालय)

-सारस्वत सम्मान(साहित्यालोक संस्था )

अंतरराष्ट्रीय हिंदी गौरव सम्मान( अंतर्राष्ट्रीय हिंदी सम्मेलन)

 -सेवा सम्मान (अंतरराष्ट्रीय महिला क्लब)  -आथर आफ द ईयर,आथर पैड, लिटरेरी ब्रिगेडियर, सामाजिक सरोकार की रचनाओं के लिए सम्मान (स्टोरी मिरर वैव )

-सुभद्राकुमारीचौहान सम्मान(गुफ्तगू संस्था)

मातृभूमि भूषण सम्मान (साहित्य अकादमी मुंबई)

प्रसारण-

 आकाशवाणी, दूरदर्शन से काव्य- पाठ

- हिंदी पत्र पत्रिकाओं में कथा,काव्य,

आलेख, संस्मरण बाल साहित्य

-प्रतिलिपि एवं स्टोरी मिरर वेबसाइट पर  लेखन कार्य जारी।

    डॉ. मीरा रामनिवास वर्मा                                                         

  मोबाईल नं-9978405694

       

 

 

 


1 टिप्पणी:

neerja shah ने कहा…

बहुत सुंदर, सरल शब्दों में अंतर तक
पहुँचती संवेदनशील अभिव्यक्ति!!

“कलम में वह ताक़त होती है जो आज़ादी का बिगुल बजा सकती है।” - संतोष श्रीवास्तव ---

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