मंगलवार, 16 जनवरी 2024

खरीदारी-  चित्तरंजन गोप 'लुकाठी'


 

खरीदारी

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आया हूं बाजार में

खरीदारी करने

मुझे कुछ चीजें खरीदनी हैं।

एक केजी सुख

आधा केजी शांति

सौ ग्राम चैन

और एक मीटर संतुष्टि चाहिए।

इस यौवन का क्या भाव है?

हां, हां, तुम्हारी भाषा में जवानी

दे दो एक लीटर

और एक लीटर सौंदर्य भी।

दया, माया, ईमानदारी, सच्चाई

आदि समस्त छोटी-छोटी मानवीय चीजों को

एक साथ मिलाकर

एक किलो दे दो

छोटे-छोटे सौ पैकेट चाहिए

अच्छे विचारों के

और हां

एक बोतल प्रेम भी चाहिए मुझे।

हे दुकानदार !

पैसा खत्म है मेरा

पर एक चीज छूट गई

फ्री में

गिफ्ट के रूप में दोगे--

एक टुकड़ा जीवन?

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“कलम में वह ताक़त होती है जो आज़ादी का बिगुल बजा सकती है।” - संतोष श्रीवास्तव ---

कहानी संवाद “कलम में वह ताक़त होती है जो आज़ादी का बिगुल बजा सकती है।”  - संतोष श्रीवास्तव --- "सुनो, बच्चों को सही समझाइश देना और ज़माने...