सहारे तलाशना बन्द करो
धीरे-धीरे
तुम में समा गया है
असुरक्षा का भाव
बन्द मुट्ठियों से
रेत की तरह झर जाने का भाव
तुम्हारे चेहरे पर उग आयी है
बेबस लाचारी
सहारे तलाशना छोड़ो
एक पल
रेत के टीले पर बैठे बच्चे को निमित भर देखलो
कैसे दोनों हथेलियों से
रेत से खेल रहा रेत का खेल
जीवन का उपक्रम है खेल रेत का
इस खेल को एक खिलाड़ी की तरह खेलो
सहारे तलाशना बन्द करो।
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