शनिवार, 27 जनवरी 2024

फ़ार्मूला- हूबनाथ


 

फ़ार्मूला

 

किसी देश को

ग़ुलाम बनाए रखना है

सदियों तक

तो सबसे पहले

अर्थव्यवस्था तोड़ दो

धर्मव्यवस्था तोड़ दो

समाजव्यवस्था तोड़ दो

न्यायव्यवस्था तोड़ दो

झूठ का प्रचार करो

मूर्खता का प्रचार करो

क्रूरता का प्रचार करो

धूर्तता का प्रचार करो

और निश्चिंत हो जाओ

दो सौ बरसों के लिए

क्योंकि

हर युग में पैदा नहीं होते

गांधी!

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“कलम में वह ताक़त होती है जो आज़ादी का बिगुल बजा सकती है।” - संतोष श्रीवास्तव ---

कहानी संवाद “कलम में वह ताक़त होती है जो आज़ादी का बिगुल बजा सकती है।”  - संतोष श्रीवास्तव --- "सुनो, बच्चों को सही समझाइश देना और ज़माने...