अमिताभ शुक्ल
कवि,लेखक और अर्थशास्त्री
* उपलब्धि पूर्ण रहा वर्ष *
* अमिताभ शुक्ल
आदमियों आदमियों के बीच की दूरी बढ़ी,
देश चांद और मंगल की दूरी घटी।
समृद्ध हुए चंद लोग ,
और गरीबी का प्रकोप और बढ़ा ।
कई बस्तियां उजड़ गईं ,
कई शॉपिंग मॉल बने ।
समाज में विखंडन बढ़ा ,
अखंड भारत मजबूत हुआ ।
रोजगार के अवसर कम हुए ,
घर बैठे अनाज मिला ।
तेज गति की ट्रेनें बढ़ीं ,
ग्रामीण भारत जस का तस रहा ।
कारों ,मकानों की बिक्री बढ़ीं,
आम ट्रेनों और बसों में आवागमन बढ़ा ।
प्रगति करता है राष्ट्र हमारा इस तरह ,
यह यकीन और पक्का हुआ ।
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