हूबनाथ पांडे (कवि,लेखक,आलोचक)
प्रोफेसर,मुंबई विश्वविद्यालय
चाणक्य नीति
कौटिल्य कहता है
जब प्रजा को
राजा से अधिक
ईश्वर पर भरोसा हो
तो समझ लेना
राजा नालायक है
और जब प्रजा को
ईश्वर से अधिक
राजा पर विश्वास हो
तो समझो
वहाँ प्रजातंत्र है
कहानी संवाद “कलम में वह ताक़त होती है जो आज़ादी का बिगुल बजा सकती है।” - संतोष श्रीवास्तव --- "सुनो, बच्चों को सही समझाइश देना और ज़माने...
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